काबा
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शोणित की नदी बहा देंगे
कोई कह दे कब काशी ने काबा की दीवारें तोड़ी, हमने कब मक्का में जाकर मस्जिद या मीनारें तोड़ी !! तुम खूब पढो कुराने किन्तु हमको भी वेद पढ़ाने दो, चन्दा से बैर नहीं लेकिन सूरज को अर्ध्य चढाने दो !! पर अपनी धर्मसुरक्षा में सूरज की आग नहा लेंगें, गंगा को पड़ी जरूरत यदि… Continue reading