Diamond jewelry : ज़रूरी है कि हीरा खरीदते समय कुछ बातों को ध्यान में रखा जाय. हीरा विशेषज्ञ आप को सलाह देते हैं कि आप इन चार बातों का रखें खास ख्याल. आइये देखते हैं क्या हैं ये चार अहम बातें.
Diamond jewelry खरीदते समय कुछ बातों का रखें खास ख्यालआज, ज़ेवर खरीदने का तरीका बदल गया है, पहले एक लंबे समय तक इंतज़ार के बाद कोई महिला अपने लिए एक छोटा सा सामान खरीद पाती थी , लेकिन आज वो अपने प्रियजनों को भी हीरे (Diamond Jewellery) का ही कोई तोहफा देना चाहती है. जिसमें अंगूठी, टॉप्स, हार आदि. वैसे आज हीरा एक स्टाइल स्टेटमेंट भी बन चुका है. अब ज़रूरी है कि हीरा खरीदते समय कुछ बातों को ध्यान में रखा जाय. आइए जानते हैं कि हीरा खरीदते समय हमें किन बातों का ख्याल रखना चाहिए. आइए जानते हैं कि हीरे की चार विशेषताएं (4 characteristics of diamonds) क्या हैं.
1. हीरे के कट पर विशेष ध्यान दें
एक हीरे की चमक इस बात पर निर्भर करती है कि उसे किस तरह से तराशा गया है. कट जितना सटीक होगा, हीरे की गुणवत्ता उतनी ही बेहतर होगी. स्टेटिस्टा के अनुसार, भारतीयों के बीच सबसे लोकप्रिय डायमंड कट या शेप राउंड कट है, इसके बाद प्रिंसेस कट,और एमराल्ड कट है.
2. हीरे की स्पष्टता और दोषमुक्त होना
सफाई या स्पष्टता हीरे की विशेषता है. जैसा कि वे स्वाभाविक रूप से निर्मित पत्थर हैं, वे प्राकृतिक प्रक्रियाओं से गुजरते हैं. जैसे कि उनमें अंदर धब्बे या दोष होना. इसी बात को समझने के लिए आप को एक हीरा विशेषज्ञ की ज़रुरत होगी जो आप को आई लूप या माइक्रोस्कोप का उपयोग करके उसकी स्पष्टता बता सके.
3. हीरे का कैरेट वजन
“कैरेट वजन” शब्द हीरे के वजन को दर्शाता है. एक कैरेट 200 मिलीग्राम के बराबर है और आगे 100 बिंदुओं में बांटा गया है. इसलिए, यदि आप 50-पॉइंट स्टोन वाले हीरे के आभूषण खरीदते हैं, तो आपके हीरे का वजन 0.50 कैरेट होगा. हीरे के कैरेट वजन को कीमत तय करने में शीर्ष पैरामीटर माना जाता है.
4. हीरे का रंग भी है अहम
कहा ये जाता है कि हीरे का कोई रंग नहीं होता, वो बेरंग है. लेकिन तकनीकी रूप से हीरे के 23 अलग-अलग रंग होते हैं, जो डी-टू-जेड से शुरू होते हैं. डी – यह एक रंगहीन हीरा है और जेड-हल्के पीले या भूरे रंग का है. रंगहीन हीरे प्रकृति में उनकी दुर्लभता के कारण सबसे अधिक महंगे होते हैं. वे सामान्य रंग श्रेणी में अन्य हीरों के मूल्य निर्धारण के लिए मानक निर्धारित करते हैं.
रंग में सूक्ष्म अंतर हीरे के मूल्य को प्रभावित कर सकता है. एक ही स्पष्टता, वजन और कट के दो हीरे अकेले रंग के आधार पर मूल्य में भिन्न हो सकते हैं. इस प्रकार, हीरा खरीदते समय, रंग, कट, स्पष्टता और कैरेट वजन को सबसे ऊपर रखना ज़रूरी है.
इन चार बातों को समझने के बाद ही आप हीरा खरीदने का फैसला करें, रही बात बजट की तो इतनी जानकारी करने के बाद आप स्वयं ही तय कर सकते हैं कि आप किस प्रकार का हीरा खरीदने की स्थिति में है, हाँ विशेषज्ञ की मदद से प्रमाणिकता की जांच करना न भूलें.
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